कलेक्टर द्वारा प्रायवेट नर्सिंग होम संचालक व मेडिकल स्टोर संचालकों को दिये निर्देश


उज्जैन। कलेक्टर शशांक मिश्र की अध्यक्षता में 21 मार्च को प्रातः 9.30 बजे कोरोना वायरस के संबंध में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में एडीएम डॉ.आर.पी.तिवारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अनुसुईया गवली सिन्हा, जिला एडवायजरी कमेटी के समस्त सदस्य, प्रायवेट नर्सिंग होम संचालक व मेडिकल स्टोर संचालक उपस्थित हुए। बैठक में  कलेक्टर द्वारा निर्देश दिये गये कि जिले के समस्त प्रायवेट नर्सिंग होम में कोरोना वायरस की स्थिति से निपटने हेतु नर्सिंग होम में समस्त आवश्यक उपकरण, औषधी, सामग्री सहित स्टाफ चौबीस घंटे अलर्ट रखा जाये। समस्त नर्सिग होम में आइसोलेशन व वेंटीलेटर को सक्रिय रखने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाये। नर्सिंग होम संचालक रिजर्व टीम की व्यवस्था करें। नर्सिंग होम संचालक नर्सिंग होम में पर्याप्त मात्रा मे मास्क एवं सेनिटाइजर की उपलब्धता निरन्तर रखें किसी भी स्थिति मे इनकी कमी न आने दें। कोरोना वायरस के मरीज के उपचार हेतु नर्सिंग होम स्टाफ के साथ पूर्वाभ्यास (मॉकड्रिल) करें। समस्त प्रायवेट नर्सिंग होम में चौबीस घंटे एम्बुलेंस मय आवश्यक औषधी, उपकरण व स्टाफ के अलर्ट रखें।
कलेक्टर श्री शशांक मिश्र द्वारा जिले के समस्त मेडिकल स्टोर संचालकों को निर्देश दिये गये कि वे मास्क के दाम को नियंत्रित रखें एवं मास्क एवं सेनिटाइजर की उपलब्धता रखें। इनकी कालाबाजारी न करें, साथ ही निर्धारित दाम पर ही इनका विक्रय करें।
कलेक्टर द्वारा बताया गया कि मास्क पहनने की आवश्यकता सभी व्यक्ति को नहीं है। सर्दी, जुकाम, बुखार से ग्रसित व्यक्ति व चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े व्यक्ति को मास्क पहनने की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिये गये कि नॉनटच डिजिटल थर्मामीटर की उपलब्धता निरन्तर बनाई जाये। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अनुसुईया गवली सिन्हा द्वारा बताया गया कि जिले में कोरोना वायरस का कोई भी संदिग्ध नहीं है। आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान कर दिया गया है एवं आम लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया जा रहा है।