दरबार की नियुक्ति से कांग्रेस में घमासान, पात्र दरकिनार, अपात्र को अभयदान


 


उज्जैन। मध्यप्रदेश में 15 साल से सत्ता में काबिज भाजपा की सरकार को हटाने में कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ताओ के संघर्ष पर कांग्रेस की सरकार मध्यप्रदेश में आयी।  सरकार आते ही हर जमीनी कार्यकर्ता का मनोबल बड़ा था,उत्साहित थे, लेकिन जिन नेताओ ने 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ जाकर चुनाव लड़ा और उन्हें वापस पार्टी में लाकर बड़े पदों पर उपकृत कर दिया। जिससे आम और जमीनी कार्यकर्ताओं के रोष सोशल मीडिया पर फुट रहा है। 
कल जब  जिला स्तरीय विद्युत सलाहकार समिति में सदस्यों की  नियुक्ति हुई तो उस वक्त हर जमीनी कांग्रेस कार्यकर्ताओ मनोबल गिर गया। 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी राजेन्द्र वशिष्ठ के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ के कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाया था,पूर्व में भी कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी,पार्षद प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़े थे,  अब जिला स्तरीय विद्युत वितरण सलाहलार समिति में जयसिंह दरबार को उपकृत अशासकीय समिति में सदस्य करने से सोशल मीडिया पर कार्यकर्ताओं ने अपना रोष व्यक्त किया।