पुलिस पर भरोसा नहीं, विधायकों के लिए लगाई निजी सुरक्षा एजेंसी


भोपाल। कमल नाथ सरकार को चौतरफा घेरने में जुटी भाजपा जहां उनके किले में सेंधमारी कर चुकी है। वहीं, वह अपने विधायकों की सुरक्षा को लेकर लगातार चौकसी बरत रही है। पार्टी को सरकारी मशीनरी पर भरोसा नहीं है।


यही वजह है कि भाजपा के 106 विधायक सीहोर के ग्रेसेस रिसॉर्ट में प्रवास कर रहे हैं और उनकी सुरक्षा का जिम्मा एक निजी सुरक्षा एजेंसी संभाल रही है। चप्पे-चप्पे पर पार्टी के निजी दस्ते की निगाहें टिकी हुई हैं। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा रिसॉर्ट में पहुंचने की कोशिश का भाजपा नेतृत्व ने संज्ञान लेकर अपनी व्यवस्था में और चुस्ती ला दी। सिर्फ परिवार के लोगों को ही विधायकों से मिलने की इजाजत है। पार्टी के रणनीतिकारों की सतर्कता इस हद तक बढ़ गई है कि घर वालों के जरिये भी कांग्रेस कोई गुल न खिला सके।


पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद वीडी शर्मा और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की मौजूदगी में पार्टी विध्ाायकों ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई देखी। भाजपा ने कमल नाथ सरकार को बहुमत साबित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इसके पहले से ही सुरक्षा की फुलप्रूफ रणनीति बन चुकी थी।


दरअसल, मंगलवार की देर रात पार्टी विधायकों की गिनती शुरू हुई तो दो की संख्या कम हो गई। इस पर काफी देर तक खलबली रही लेकिन, बाद में ध्यान आया कि शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा कहीं बाहर गए हैं। इससे राहत तो मिली लेकिन बुधवार को सुबह से सतर्कता बढ़ा दी गई। सीहोर भाजपा के जिलाध्यक्ष रघुनाथ मालवीय और उनकी टीम रिसॉर्ट में आने जाने वालों की पड़ताल कर रही थीं।


इनके अलावा एक निजी सुररक्षा एजेंसी के 65 गार्ड रिसॉर्ट में विधायकों की सुरक्षा के लिए लगा दिए गये हैं। विधायकों के गनर और पीएसओ उनकी हिफाजत के लिए होटल के अंदर पहले से ही मौजूद रहे। बाहरी मोर्चो पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। किसी भी विधायक से इन पुलिस पुलिसकर्मियों के साथ-साथ बाहरी किसी शख्स को मिलने की अनुमति नहीं है। सिर्फ परिजनों को ही मिलने का मौका दिया जा रहा है।


पूर्व विधायक रुद्रप्रताप के आते ही हुए कान खड़े


 


विदिशा जिले की शमसाबाद सीट की विधायक राजश्री सिंह के पति रुद्र प्रताप सिंह आए तो भाजपा नेताओं के कान खड़े हो गए। दरअसल, रुद्रप्रताप भी विधायक रहे हैं और कांग्रेस पार्टी में भी रह चुके हैं। राजश्री जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं और इस परिवार की कांग्रेस से करीबी के चलते सभी सतर्क हो गए। रणनीतिकारों ने रुद्रप्रताप को यह अहसास नहीं होने दिया कि उनके आने से किसी तरह की बेचैनी है लेकिन, उनकी एक-एक गतिविधि का अवलोकन होता रहा। रुद्र प्रताप अजेय भारत पार्टी से भी विधायक रह चुके हैं। हालांकि भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश विजयवर्गीय की पत्नी मिलने आई तो बिल्कुल सामान्य स्थिति रही।


शिवराज संग क्रिकेट खेल की विधायकों ने मौजमस्ती


 


सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को भी सुनवाई के लिए समय दे दिया तो विधायकों का रुख बदल गया। कुछ ने क्रिकेट का बल्ला पकड़ा और शुरू हो गया मैच। मैच तो सद्भावना के साथ खेला जा रहा था लेकिन छक्का, चौका जड़ने और आउट होने के बाद खूब धारदार कमेंट हो रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की गुगली गेंदबाजी, पूर्व मंत्री संजय पाठक की बल्लेबाजी और अन्य कई दिग्गज विधायकों के बीच हुआ यह मुकाबला काफी दिलचस्प रहा। इस दौरान कई विधायकों के छिपे हुए हुनर भी सामने आ गए। किसी ने गाना गाकर लोगों के दिल जीते तो किसी ने शेरो-शायरी सुनाकर।