उज्जैन। खेल एवं युवक कल्याण तथा उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने ‘जय किसान फसल ऋण माफी योजना’ के अन्तर्गत तराना में आयोजित किसान सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों का एक ही उद्देश्य होना चाहिये कि वे समाज के दीन-दु:खियों की सेवा कर हमारे प्रदेश को समृद्ध बनाने का काम करना चाहिये। आम जनता के साथ कोई भी जनप्रतिनिधि धोखाधड़ी न करे, पूर्ण ईमानदारी के साथ समाज हित में कार्य करे। प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने सर्वप्रथम किसानों की भलाई के लिये उनका ऋण माफ करने का जो वचन दिया था, वह पूरा किया जा रहा है। योजना प्रारम्भ होने पर उज्जैन जिले के एक लाख 97 हजार किसानों ने फसल ऋण माफी के लिये आवेदन दिये थे, जिसमें प्रथम चरण में एक हजार से 50 हजार रुपये की सीमा तक के ऋण 62 हजार से अधिक किसानों के फसल ऋण की 211 करोड़ 30 लाख रुपये माफ किये गये हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने किसान सम्मान समारोह में बड़ी संख्या में आये किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ प्रदेश के किसानों के हित के लिये लगातार काम कर रहे हैं। उनकी सोच प्रदेश को समृद्ध बनाने की है और उसी सोच से वे लगातार मेहनत कर काम कर रहे हैं। ईमानदारी से काम करना ही सरकार का मुख्य उद्देश्य है। श्री पटवारी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों में काम करने की दृढ़ इच्छाशक्ति होना चाहिये, तभी क्षेत्र का विकास होगा।
शाजापुर जिले की कालापीपल विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री कुणाल चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ प्रदेश को विकसित करने में कोई कोर-कसर नहीं रख रहे हैं, वे एक अनुभवी व्यक्तित्व के धनी हैं और सबके हितों के लिये काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो-जो वचन दिये थे, वे धीरे-धीरे पूरे किये जा रहे हैं। उन्होंने सबसे पहले मुख्यमंत्री की शपथ लेने के तुरन्त बाद ‘जय किसान फसल ऋण माफी योजना’ के अन्तर्गत किसानों के फसल ऋण माफ करने का वचन पूरा किया। उसी कड़ी में दूसरे चरण में प्रदेश के किसानों का फसल ऋण माफ किया जा रहा है। राज्य सरकार की सोच सबके हित की है। सबका भला हो, यही सरकार की सोच है।
तराना विधायक श्री महेश परमार ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि तराना तहसील में प्रथम चरण के अन्तर्गत आठ हजार 764 किसानों के फसल ऋण की राशि 30 करोड़ 48 लाख रुपये माफ की है। द्वितीय चरण प्रारम्भ हो गया है और इसके अन्तर्गत क्षेत्र के चार हजार 965 किसानों के फसल ऋण की राशि 33 करोड़ 70 लाख रुपये माफ किये जा रहे हैं। इस प्रकार अभी तक तराना तहसील में प्रथम व द्वितीय चरण में 13 हजार 729 किसानों के फसल ऋण की राशि 64 करोड़ 18 लाख रुपये माफ की गई है। विधायक श्री महेश परमार ने कहा कि प्रतीकस्वरूप कुछ किसानों को समारोह में फसल ऋण माफी सम्मान-पत्र प्रदान किये जा रहे हैं। इसी प्रकार तराना क्षेत्र में मुआवजा की 130 करोड़ रुपये वितरण होना है, जिसमें वर्तमान में 25 प्रतिशत के मान से प्रथम किश्त के रूप में 32 करोड़ 50 लाख रुपये का मुआवजा किसानों के खाते में जमा किया गया है। श्री परमार ने बताया कि तराना विधानसभा क्षेत्र में अभी तक 200 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराये जा चुके हैं। उन्होंने किसानों को अवगत कराया कि वे क्षेत्र के विकास के लिये हमेशा मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ से चर्चा कर राशि मंजूर कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश इंदिरा गृह ज्योति योजना के अन्तर्गत तराना क्षेत्र के 31 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाया गया है। इसी तरह मध्य प्रदेश इंदिरा किसान ज्योति योजना में भी क्षेत्र के एक लाख 15 हजार से अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। श्री परमार ने कहा कि 100 युनिट विद्युत खपत करने पर उपभोक्ता को 100 रुपये ही विद्युत देयक का भुगतान किया जा रहा है। इसी तरह तराना क्षेत्र में पेंशन योजना के अन्तर्गत प्रतिमाह एक लाख 25 हजार से अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है।
कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों द्वारा बैंकों से लिये गये फसल ऋण को माफ किये जाने, बैंकों के कर्जे से मुक्ति दिलाने, कृषकों को समृद्ध बनाने व उनके जीवन में खुशहाली लाने के लिये मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ द्वारा ‘जय किसान फसल ऋण माफी योजना’ लागू की है। योजना के अन्तर्गत उज्जैन जिले में एक लाख 97 हजार किसानों द्वारा फसल ऋण माफी के लिये आवेदन किये थे। इसमें प्रथम चरण में एक हजार से 50 हजार रुपये की सीमा तक के 62 हजार 619 किसानों के फसल ऋण की राशि 211 करोड़ 30 लाख रुपये माफ किये हैं। द्वितीय चरण में जिले में 50 हजार से एक लाख रुपये तक की सीमा के 27 हजार 987 किसानों के फसल ऋण की राशि 186 करोड़ 25 लाख रुपये माफ किये गये हैं। इस प्रकार जिले में प्रथम व द्वितीय चरण में 90 हजार 606 किसानों के फसल ऋण की राशि 397 करोड़ 55 लाख रुपये माफ किये गये हैं। शेष जिले में बचे हुए किसानों के फसल ऋण की राशि का निराकरण अगले तृतीय चरण के दौर में माफ किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे ही शासन ने ऋण माफी योजना लागू की थी, वैसे ही जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों ने निरन्तर काम कर किसानों के ऋण माफी में अपना योगदान दिया है। इसी प्रकार फसलों का आंकलन कर मुआवजा राशि भी किसानों के खातों में वितरण की कार्यवाही की गई है। जिला प्रशासन के द्वारा 10 पंचायतों को मिलाकर एक क्लस्टर बनाकर शासन के समस्त विभागों के जिला अधिकारी अलग-अलग तहसीलों में कार्यक्रम आयोजित कर आम जनता की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री करण कुमारिया, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के प्रशासक श्री अजीतसिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री श्री बाबूलाल मालवीय, सर्वश्री चेतन यादव, कैलाश मालवीय, अरूण वर्मा, जगदीश परमार, कमलकिशोर त्रिवेदी, गजराजसिंह, अफसर पटेल, संजय जोशी, सिराज भाई, उमेश शर्मा, गंगासिंह आदि ने भी उपस्थित जन-समुदाय को सम्बोधित कर शासन के द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी और कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ कड़ी मेहनत कर आम जनता के हितों के साथ-साथ उन्होंने सर्वप्रथम किसानों का दर्द समझकर फसल ऋण माफी योजना के तहत लाखों किसानों का कर्जा माफ किया है। सरकार की कथनी और करनी में अन्तर नहीं है। सरकार ने जो वचन दिये थे, उनमें एक वर्ष में 365 से अधिक वचनों को सरकार के द्वारा पूरा किया जा चुका है और निरन्तर वचनों को पूरा करने का कार्य सरकार के द्वारा किया जा रहा है।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने किसान श्री नटवरसिंह, श्री जगदीश, श्री गजराजसिंह आदि को प्रतीकस्वरूप जय किसान फसल ऋण माफी योजना के अन्तर्गत फसल ऋण बैंक खाते में सरकार के द्वारा राशि जमा करने का किसान सम्मान-पत्र वितरित की। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री बटुकशंकर जोशी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सिद्धनाथ परिहार, सर्वश्री कमल पटेल, नरेन्द्र सोन्ती, साहिल देहलवी, ओंकारलाल बड़ाल, सोनू शर्मा, कैलाश मालवीय, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर, तराना एसडीएम श्री गोविन्द दुबे, कृषि विभाग के उप संचालक श्री सीएल केवड़ा सहित बड़ी संख्या में किसान, जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री संजय यादव ने किया।
जनप्रतिनिधियों का उद्देश्य समाज के दीन-दु:खियों की सेवा कर प्रदेश को समृद्ध बनाने का काम करना चाहिये