कान्ह का प्रदूषित जल अबाधित रूप से क्षिप्रा में मिल रहा है ये चिंतनीय है : पूर्व मंत्री जैन


उज्जैन। वर्तमान प्रदेश सरकार एवं स्थानीय प्रशासन अदूरदर्शिता एवं लापरवाही के चलते माँ क्षिप्रा दूषित हो रही है , ये उन हज़ारों हज़ार श्रद्धालुओं की आस्था पर चोंट है जो पर्व स्नान पर मोक्षदायनी माँ क्षिप्रा के जल मे स्नान करने आते हैं और बदले मे उन्हे घाट पर फव्वारों के माध्यम से स्नान करना पड़ता है ! ये बात मीडिया से चर्चा के दौरान उज्जैन उत्तर विधायक श्री पारस जैन ने कही !


   मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना के अनुसार हाल ही मे स्थानीय प्रशासन की अव्यवस्था के चलते भक्तजनों को बिना स्नान के ही लोटना पड़ा और जिन्होने स्नान किया भी तो उन्हे नदी किनारे फव्वारों से स्नान करवाया गया क्योंकि इंदौर से निकलने वाले उधयोगों के दूषित जल को प्रशासन क्षिप्रा मे मिलने से नहीं रोक पाया जिसके चलते त्रिवेणी से लगाकर रामघाट तक जगह जगह क्षिप्रा का जल अतिदूषित हो गया ! इसी का जायजा लेने शुक्रवार को उज्जैन उत्तर विधायक श्री पारस जैन अधिकारियों के साथ कान्ह के निरीक्षण पर पहुंचे !


   पूर्व मंत्री पारस जैन ने निरीक्षण के दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए कहा की हमारी सरकार के समय इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता था की कान्ह का दूषित जल क्षिप्रा के जल को गंदा न करें इसके चलते कान्ह डाईवर्शन योजना बनाई गयी थी ! परंतु वर्तमान मे देखरेख के अभाव मे जिस प्रकार कान्ह का प्रदूषित जल अबाधित रूप से क्षिप्रा मे मिल रहा है ये चिंतनीय है ! उज्जैन के इतिहास मे पहली बार किसी पर्व स्नान के दौरान श्रद्धालुओं को फव्वारे से स्नान करना पड़ा है ये अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है ! श्री जैन ने आरोप लगते हुए कहा की पर्व स्नान की तिथि तय थी उस पर श्रद्धालुओं का स्नान के लिए आना भी तय था ऐसे मे भी पर्याप्त समय मिलने के पश्चात भी वर्तमान सरकार के जिम्मेदार मंत्री एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा पूर्व मे ही इंतजाम नहीं करना इस बात को दर्शाता है की सरकार तो अपने तबादला उधयोग मे व्यस्त है ही साथ ही जिम्मेदार आला अधिकारी भी सिर्फ बैठक कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर रहे हैं !  श्री जैन ने कहा की वास्तव मे उज्जैन की जनता के हितों की चिंता न सरकार को है और ना ही प्रशासन को यही वजह है पर्व स्नान के अवसर पर हजारों हज़ार श्रद्धालुओं की आस्था चोंटील हुई है जो की उज्जैन जैसी प्रवित्र और संस्कारित नगरी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।


   निरीक्षण के दौरान श्री जैन जीवन खेड़ी स्थित किसान के खेत पर भी पहुंचे जहां कान्ह डाईवर्शन पाइप लाइन लीक होने की वजह से खेत की जमीन बेठ गयी और फसल बर्बाद हो गयी , यहाँ श्री जैन ने पीड़ित किसान से बात कर हर संभव मदद दिलाने हेतु आश्वस्त भी किया ! श्री जैन ने अधिकारों को नेर्देशित करते हुए कहा की जल्द से जल्द समस्या का निराकारण करते हुए किसान को राहत प्रदान करने की दिशा मे कार्यवाही करें !


रामघाट का भी निरीक्षण किया 


   इस अवसर पर श्री जैन ने रामघाट का भी निरक्षण किया रामघाट पर मीडिया से चर्चा मे श्री जैन ने कहा की माँ क्षिप्रा की ये दुर्गति उज्जैन के इतिहास मे पहले कभी नहीं हुई माँ क्षिप्रा के जल और स्थान मे लाखों श्रद्धालुओं की आस्था निहित है परंतु सरकार एवं प्रशासन की लापरवाही के चलते पर्व स्नान का महत्व ही खत्म हो गया है ! श्री जैन ने घाट मौजूद कुछ श्रद्धालुओं से चर्चा कर मीडिया को बताया की आज माँ क्षिप्रा के जल मे स्नान करने पर लोगों को शरीर पर खुजली और दाने हो रहे हैं जो भी स्नान कर रहा है उसकी त्वचा मे संक्रमण हो रहा है बाहर से आने वाले श्रद्धालु बिना स्नान किए ही यहाँ से जाने के लिए विवश हो रहे है ! 


इस दौरान श्री जैन के साथ ओम अग्रवाल ,संभागीय सह मीडिया प्रभारी दिनेश जाटवा  , मण्डल अध्यक्ष दिग्गविजय सिंह , रजत मेहता सहित कई पदाधिकारी मौजद रहे।