उज्जैन। कलेक्टर शशांक मिश्रा ने आज 12 फरवरी को विक्रम कीर्ति मन्दिर में दीप प्रज्वलन कर दिव्यांग परिचय सम्मेलन का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि दिव्यांगजनों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से कार्य कर रही है। कलेक्टर ने कहा कि परिचय सम्मेलन के बाद बनने वाले जोड़ों का विवाह मार्च माह में आयोजित किया जाएगा।
परिचय सम्मेलन के अवसर पर दिव्यांग विवाह कार्यक्रम की नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर श्रीमती बिदिशा मुखर्जी ने कहा कि आगामी मार्च माह में दिव्यांगों का सामूहिक विवाह आयोजित होगा तथा इसमें सभी धर्मों के जोड़ों को शामिल किया जायेगा एवं उनके रीति-रिवाज के अनुसार विवाह सम्पन्न करवाया जायेगा। उन्होंने बताया कि वर या वधू में से एक दिव्यांग तथा किसी एक के सामान्य और दूसरे के अनुसूचित जाति वर्ग के होने पर चार लाख 98 हजार रुपये तक की सहायता दी जाती है, जो कि जीवन यापन की दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इसी तरह वर एवं वधू में से यदि एक दिव्यांग है एवं एक सामान्य वर्ग का व एक अनुसूचित जाति वर्ग का है तो जोड़े को तीन लाख 98 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। इसी तरह वर वधू दोनों के दिव्यांग होने पर एक लाख 48 हजार रुपये, वर वधू में से एक दिव्यांग एवं एक सामान्य होने पर दो लाख 48 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस अवसर पर संयुक्त संचालक श्री सीएल पंथारी, समाजसेवी श्री पंकज मारू, श्री सुधीरभाई गोयल, श्री नासिर बेलिम, श्री केशरसिंह पटेल सहित गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।