जांजगीर। सक्ती थाना क्षेत्र में एक नाबालिग को बंधक बनाकर गैंगरेप करने का मामला प्रकाश में आया है। वह पहले मुंबई के आश्रम में प्रताड़ित हुई,फिर सक्ती में एक दंपती के चंगुल में फंस गई। जहां बंधक बनाकर उसके साथ दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। नाबालिग उनके चंगुल से जैसे-तैसे छूटकर जब थाने पहुंची, तब इस पूरे मामले का खुलासा हुआ।
नाबालिग जशपुर जिले की रहने वाली है। वह अपने साथ हुई आपबीती परिजनों को बताई, तो सभी अचंभित रह गए। किशोरी मंगलवार शाम को परिजनों के साथ थाने पहुंची और उसने बताया कि वह मुंबई के एक आश्रम में रहती थी जहां पर उसके साथ शारीरिक और मानसिक दमन किया गया। वहां से भागकर वह अपने घर जशपुर जाने निकली थी।
इस दौरान वह गलती से सक्ती पहुंच गई और वहां स्टेशन में उसे अनजान दंपती मिल गए। आसरा देने का झांसा देकर दंपती ने उसे अपने घर पर रख लिया। एक-दो दिन बाद महिला के पति ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया। जिसकी जानकारी उसने महिला को दी, तब उस महिला ने नाबालिग को फटकार लगाते हुए अपने घर में ही बंधक बनाए रखा। जिसके बाद घर में चार लोग आए और बारी-बारी से उसके साथ अनाचार किया।